सपनों के गाँव
चिलचिलाती धूप में,
हरियाली छाँव,
मिली जो जीवन में,
उङ चले पाँव ।
राहें अनजानी,
कुछ जानी - पहचानी,
प्यार की नज़रों पे,
ठहर गए गाँव ।
उनकी नज़रों से दिल में,
कोंपलें खिलीं,
खुशबुओं से उनकी महके,
सपनों के गाँव ।
रंग भरे मौसम में,
बही बरसाती हवा,
भर गए जीवन में,
रंगीन ध्यान ।
जीवन ये मेरा,
कब हो गया तेरा,
सर्वस्व जो अपना था,
हो गया तेरे नाम |
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