'एक तेरे आने से'
मेरी जिन्दगी संवर गई,एक तेरे आने से ।
धरती हरिया गई , बारिश की बूँदों से ,
गुलशन महक उठा , बहार के चहकने से ,
मेरा दिल धङक उठा , एक तेरे आने से ।
सागर में ज्वार उठा , चन्द्रमा के दर्शन से ,
बदलियाँ मचल उठीं , पवन के स्पर्श से ,
मेरी जिन्दगी लहक उठी , एक तेरे आने से ।
रंग बिखर गए , खुश्बुएँ महक उठीं ,
गुलशन में कितनी ही , बुलबुलें चहक उठीं ,
प्यार की कितनी ही किलयाँ , मेरे दिल में चिटक उठीं ,
दुनिया की सारी खुशियाँ मेरे , आँचल में सिमट उठीं ,
एक तेरे आने से , एक तेरे आने से ।
बहतीं हवाएँ ,
उङा ले चलीं मेरे सपनों को ,
बादलों के उस पार , गगन की ऊँचाईयों में ,
दुनिया के दूसरे छोर पे , एक तेरे आने से ।
मन मचल - मचल गया ,
सागर की लहरों के साथ - साथ ,
डूबता - उतराता ,
प्यार ही प्यार में , एक तेरे आने से ।
विशाल आकाश , अपनी व्यापकता में ,
दुनिया की खुशियाँ समेटे ,
सिमट गया मेरी बाँहों में , एक तेरे आने से ।
इन खुशियों में लिपटी मैं ,
तेरे प्यार की गूँज हो गई ,
दुनिया से अलग मैं ,एक तेरे आने से ।
रिश्मयाँ बिखर गईं , सूर्य के आने से ,
खुश्बुएँ निखर गईं ,फूलों के खिलने से ,मेरी जिन्दगी संवर गई,एक तेरे आने से ।
धरती हरिया गई , बारिश की बूँदों से ,
गुलशन महक उठा , बहार के चहकने से ,
मेरा दिल धङक उठा , एक तेरे आने से ।
सागर में ज्वार उठा , चन्द्रमा के दर्शन से ,
बदलियाँ मचल उठीं , पवन के स्पर्श से ,
मेरी जिन्दगी लहक उठी , एक तेरे आने से ।
रंग बिखर गए , खुश्बुएँ महक उठीं ,
गुलशन में कितनी ही , बुलबुलें चहक उठीं ,
प्यार की कितनी ही किलयाँ , मेरे दिल में चिटक उठीं ,
दुनिया की सारी खुशियाँ मेरे , आँचल में सिमट उठीं ,
एक तेरे आने से , एक तेरे आने से ।
बहतीं हवाएँ ,
उङा ले चलीं मेरे सपनों को ,
बादलों के उस पार , गगन की ऊँचाईयों में ,
दुनिया के दूसरे छोर पे , एक तेरे आने से ।
मन मचल - मचल गया ,
सागर की लहरों के साथ - साथ ,
डूबता - उतराता ,
प्यार ही प्यार में , एक तेरे आने से ।
विशाल आकाश , अपनी व्यापकता में ,
दुनिया की खुशियाँ समेटे ,
सिमट गया मेरी बाँहों में , एक तेरे आने से ।
इन खुशियों में लिपटी मैं ,
तेरे प्यार की गूँज हो गई ,
दुनिया से अलग मैं ,एक तेरे आने से ।
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