इंतज़ार
रंग जो खिले पिछली होली में,
रंग गए सभी जीवन मेरा ।
सावन की रिमझिम फुहारों ने,
भिगो दिया तन - मन मेरा ।
हर मौसम सुन्दर लगता है,
मिलने पे जानम साथ तेरा ।
हर कदम पे रूकते हैं , फिर चलते हैं |
कदमों को भी है इंतज़ार तेरा ।
तुम आओगे , लो आ भी गए ,
लो हो गया पूरा इंतज़ार मेरा ।
रजनीगंधा ने महकाया घर मेरा,
प्यार से तेरे खिला जीवन मेरा ।रंग जो खिले पिछली होली में,
रंग गए सभी जीवन मेरा ।
सावन की रिमझिम फुहारों ने,
भिगो दिया तन - मन मेरा ।
हर मौसम सुन्दर लगता है,
मिलने पे जानम साथ तेरा ।
हर कदम पे रूकते हैं , फिर चलते हैं |
कदमों को भी है इंतज़ार तेरा ।
तुम आओगे , लो आ भी गए ,
लो हो गया पूरा इंतज़ार मेरा ।
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