सपना
सरसराती हवाओं ने ,
आँचल को उङाया ,
इठलाती बदलिओं ने ,a
काजल को चुराया ,
किसी की शोख निगाहों ने ,
मेरे नन्हे दिल को चुराया ।
हवाओं के साथ आती ,
भीनी खुशबुओं ने ,
मेरी साँसों को महकाया ,
बरखा की बूँदों ने मेरे ,
तन - मन को सहलाया ।
इन्द्रधनुष से रंगीन सपनों को ,
दिन के उजाले में ही ,
साकार होते देखा ,
आँखें खुलते ही जब ,
तुमको अपने सामने पाया ।
सरसराती हवाओं ने ,
आँचल को उङाया ,
इठलाती बदलिओं ने ,a
काजल को चुराया ,
किसी की शोख निगाहों ने ,
मेरे नन्हे दिल को चुराया ।
हवाओं के साथ आती ,
भीनी खुशबुओं ने ,
मेरी साँसों को महकाया ,
बरखा की बूँदों ने मेरे ,
तन - मन को सहलाया ।
इन्द्रधनुष से रंगीन सपनों को ,
दिन के उजाले में ही ,
साकार होते देखा ,
आँखें खुलते ही जब ,
तुमको अपने सामने पाया ।
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