'पल'
रंगीन सपने,
तिर आए मेरी आँखों में,
प्यार जो देखा मैंने,
तेरी मदमाती बातों में ।
तेरे साथ बीते पल,
सारी उमंगें , सब हसरतें,
छलक उठीं एक साथ ,
फिर उन्हीं पलों में पहुँच जाने को ।
हर लम्हा जीवंत हो उठा,
मेरे ज़हन में,
हर ख्वाब जाग उठा ,
मेरी आँखों में,
और पहुँच गई मैं,
उन्हीं प्रथम पलों में ।
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