Saturday, September 5, 2020

BRAKE UP ( SHORT STORY )

                      ब्रेक अप 


ब्रेक अप हुआ जो मेरा ,दिल जो टूटा मेरा ,

चाँद जा छिपा है ,बादलों के पीछे ,

चाँदनी सिमट गई है ,अपने अंचरा के पीछे ,

दोनों ने अपने अश्रु ,बादलों को दे दिए हैं | 


ब्रेक अप की बात सुनकर ,बदरा भी रोया जोरों ,

जल -थल हुई है दुनिया ,बदरा जो रोया जोरों ,

दुनिया हुई परेशां ,बदरा के अश्रुओं से 

पर क्या करे बदरा भी ,मेरे ग़म में रो दिया है ? 


बदरा के साथ ही तो ,दामिनी भी परेशां है ,

साथ में बदरा के ,कड़की है दामिनी शोरों ,

दामिनी के शोर से ,पंछी भी डर गए हैं ,

अपने घोंसलों में ,घबरा के छिप गए हैं | 


सब कुछ हुआ है मित्रों ,पर उसको ना खबर है ,

ब्रेक अप किया है जिसने ,वो तो बेखबर है ,

कोई उसको ये बताए ,जाकर उसे सुनाए ,

उसने जो किया है ,क्या उसका असर है ?

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