ऑफिस या विद्यालय
ऑफिस यानि कार्यालय ,दफ्तर हो या विद्यालय ,
प्यारा लगता है मुझको ,अपना ये दूजा आलय |
मैं तो इससे प्यार करूँ ,समय नहीं बर्बाद करूँ ,
बच्चों में रम जाती मैं ,उनमें ही खो जाती मैं |
बच्चे मेरे प्यारे हैं ,सारे जग से न्यारे हैं ,
कहना मेरा माने हैं ,मुझको खूब पहचानें हैं |
करें पढ़ाई वो जी भर ,कभी करें शैतानी जो ,
और मैं चुप हो जाऊँ तो ,मुझको खूब हँसाएँ वो |
प्यार बहुत है आलय से ,प्यार बहुत विद्यालय से ,
कर्म की मैं पूजा करती ,कर्म से ना पीछे हटती |
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