डांस क्लास में दोस्ती
नृत्य क्लास में पहुँच के हमने ,
कदम ताल सीखी पहले दिन ,
उसका फिर अभ्यास किया ,
हमने तो पूरे दिन |
दूजे दिन फिर हाथ चलाए ,
हाथ और पैरों क मित्रों ,
तालमेल ना बैठा पाए ,
हाथ चलें तो पैर रुकें ,
और पैर चलें तो हाथ रुक जाएँ |
सखियाँ भी बन गईं वहाँ पर ,
वो भी हमारी जैसी मित्रों ,
उनके भी हाथ -पैरों की भाषा ,
अपने जैसी थी मित्रों |
कुछ -कुछ सीख रहे थे हम ,
कुछ -कुछ हम ना सीखे ,
टीचर से डाँट भी खाई ,
फिर भी थोड़ा ही सीखे |
सखियों संग मिलकर हम ,
अभ्यास नृत्य का करते ,
पर टीचर के सामने हमारे ,
हाथ ,पैर ना लय में चलते |
सीख गए फिर भी मित्रों ,
हम थोड़ा -थोड़ा नृत्य ,
आज तो हम कर सकते मित्रों ,
मन -भावन सा नृत्य |
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