रिश्ता तुमसे
सबसे सुंदर ,सबसे पावन ,रिश्ता माँ बच्चों में ,
तभी सिर ईश्वर का भी ,झुक जाता माँ चरणों में |
माँ बच्चों की जननी बन ,अपना दूध पिलाती ,
बच्चों का पोषण करने में ,अपना समय बिताती |
हर इच्छा बच्चों की पूरी ,करने में जुट जाती ,
दुनिया की पैनी नज़रों से ,बच्चों को बचाती |
मीठी - मीठी नींद बुलाने ,माँ ही लोरी गाती ,
जरा सी खाँसी बच्चों की ,उसको सारी रात जगाती |
बच्चों के लिए हरेक माँ ,सपने खूब सँजोती ,
वो सपने पूरा करने में ,पूरी शक्ति खोती |
ऐसा रिश्ता और ना कोई ,दुनिया भर में मित्रों ,
पूजनीय है यह रिश्ता ,वंदनीय है मित्रों |
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