Tuesday, September 1, 2020

E - WATAN TERE LIE ( DESH )

 

      ए -वतन तेरे लिए 

 

दुनिया के आकाश में उभरा ,चमकीला एक सितारा ,

और कोई नहीं है मित्रों ,वो तो अपना भारत प्यारा ,

दासता की बेड़ियों से ,हुए थे जब मजबूर ,

आज़ादी की दौलत हमको ,वीरों ने दिलवाई | 

 

बोस ,भगतसिंह ,लक्ष्मीबाई ,आज़ाद और पटेल ,

कोई फाँसी पर लटका ,किसी ने सीने पर गोली खाई ,

कुछ ने अहिंसा को अपनाया ,कुछ ने बढ़कर ललकारा ,

किस -किस का हम नाम लिखेंगे ,सभी को नमन हमारा | 

 

आज के दिन तिरंगा अपना ,लाल -किले पर फहराया ,

उसी दिन का जश्न मनाने ,शेर अकेला ही आया ,

उसने आगे बढ़कर ही ,नयी राह दी देश को ,

उसी राह पर चलकर ही ,सच करेंगे सपनों को | 

 

साथ शेर का देकर हम ,कर्त्तव्य करें अपना पूरा ,

तभी तो आने वाले कल में ,होगा अपना पूरा ,

वंदे मातरम कहते -कहते ,आगे बढ़ते जाएँगे ,

देश भक्ति की राह में मित्रों ,जीवन सफल बनाएँगे | 

 

आज इस महामारी के संकट में ,फँसी है दुनिया सारी ,

भारत माता के बच्चे भी ,झेल रहे हैं ये बीमारी ,

फिर भी डट कर खड़े हुए ,हैं वीर हर सीमा पर ,

अपनी जान की नहीं है परवाह ,दूजे की जान पे वारी | 

 

है नमन सभी को मित्रों ,देश के वीर सपूतों ,

ईश्वर भी आशीष दे रहा ,भारत के वीर सपूतों | 

                                    जय हिंद | 

 

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