हमारा घर
" ये मेरा घर ,ये तेरा घर ,
किसी को देखना हो गर ,
तो पहले आके माँग ले ,
मेरी नज़र ,तेरी नज़र |"
ये गीत मेरे घर का है ,
ये गीत हमारे घर का है ,
हमारी आरज़ूओं के घर का है |
हमने जिसे बसाया था ,
दिल से जिसे सजाया था ,
उम्मीदों ,आशाओं का घर ,
विश्वासों के तोरण का घर ,
खुशियों की मिठाइयों से भरा ,
मुस्कानों के नमकीनों से हरा ,
वो घर जो देखना है तो ,
देखो उसे मेरी नज़रों से |
कल्पनाओं से सजाया ,
दीपकों से रोशन किया ,
अरविंदों की खुशबुओं से महकाया ,
हम सभी के अंश ने ,
अल्पनाओं से रंगा ,
नियोति है यही घर की ,
बरस दर बरस फूले -फले ,
ऐसा इंद्रधनुषी घर ,
दूजा नहीं होगा कहीं |
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