सीरियल किलर
आज तो यारों ,कहें कहानी,
एक सीरियल किलर की ,
टॉपिक ऐसा मिला है हमको ,
प्रतिलिपि के खज़ाने से |
पहला अर्थ है इसका यारों ,
CEREAL यानि ,गेहूँ ,चावल ,मक्का आदि ,
को किल करने वाला ,
उसमें सबसे पहले आता ,बड़ा -सा टिड्डी दल ,
फिर हैं भिन्न -भिन्न कीड़े -मकोड़े |
दूसरा अर्थ है टी.वी. SERIALS के किलर ,
जिसको खलनायक कहते हम ,
कुछ खलनायक तो करें ना किल ,
मगर कुछ -कुछ तो किल करते |
तीसरा अर्थ है मानव रूप में ,
सीरियल किलर का ,
उनमें से कुछ अपने लिए ,
और कुछ पैसे के लिए ,
लगातार किल करते |
अब नंबर आता है यारों ,
एक नए सीरियल किलर का ,
कोरोना नामक वायरस का ,
जो मारता एक ही दिन में हजारों ,
लाखों मार चुका है अब तक ,
ना जाने कितने मारेगा ?
इस कोरोना को मारे कौन ?
ना मारे तीर ,ना तलवार ,
बचाए ना इससे कोई ढाल ,
ना मारे इसको कोई गोली ,ना ही बम ,
ना आए ये बदरा के वश में ,
ना सुखाए इसको सूरज की धूप |
शायद शिव का तांडव ही ,
इससे दुनिया को बचाए ,
आ जाओ शिव उतर कैलाश से ,
तांडव तुम ही मचाओ ,दुनिया को तुम ही ,
इस सीरियल किलर से बचाओ |
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