टोपी का मिज़ाज
टोपी सबके सिर पर सजती ,सिर को ढक कर ठंडा रखती ,
मौसम बदले पर टोपी ना बदले ,वो तो सिर्फ मिज़ाज बदलती |
भिन्न -भिन्न आकर की टोपी ,भिन्न -भिन्न नामों की टोपी ,
एक बनी जवाहर टोपी ,तो दूजी है ,बच्चों की टोपी |
बच्चे टोपी पहन थिरकते ,दर्पण में खुश हो देखते ,
उनको अच्छी लगती टोपी ,सुंदर से आकार की टोपी |
फिल्में भी ना इससे अछूतीं ,वो टोपी के टॉपिक को छूतीं ,
जैसे ---- " तिरछी टोपी वाले ,बाबू भोले -भाले ,"
और ---- " ऐ मेरी टोपी किधर चली " |
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