नमन
नमन सभी गुरुजनों को मेरा ,
पहला नमन माँ को करती ,
पहली गुरु वही थीं ,
दूजा नमन पिता को जाता ,
दूजे गुरु वही थे ,
फिर सभी वो गुरु जिन्होंने ,
ज्ञान का पाठ पढ़ाया ,
ज्ञान का मार्ग दिखाया |
दोस्त हमारे गुरू थे अपने ,
उन्हीं ने प्यार का पाठ पढ़ाया ,
उन्हीं दोस्तों ने खुश रहना ,
दुनिया में हमें सिखाया |
प्रकृति हमारी गुरू है सच्ची ,
उसने जीने और जीने दो ,
इसके मायने हमें बताए ,
दूसरों को देकर खुश होना ,
हमें उसी ने सिखलाया |
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